UPSSSC Health Worker Recruitment 2021: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) का रिजल्ट घोषित करने के बाद उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) पदों पर चयन के लिए मुख्य परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी शुरू कर दिया है।
महानिदेशक, परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश लखनऊ के नियंत्रणाधीन स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के रिक्त 9212 पदों के प्राप्त अधियाचन के क्रम में शासनादेश संख्या: 1339/47-का-3-2021 दिनांक 03 नवम्बर, 2021 के अन्तर्गत परीक्षा योजना एवं पाठ्यक्रम की स्वीकृति प्रदान की गई है। परीक्षा योजना एवं पाठ्यक्रम अभ्यर्थियों के सूचनार्थ आयोग की वेबसाइट पर प्रकाशित किया जा रहा है। यह भी सूचित किया जाता है कि उक्त अधियाचन के सापेक्ष आवेदन पत्र आमंत्रित किए जाने हेतु विज्ञापन आयोग की वेबसाइट पर पृथक से प्रकाशित किया जाएगा। प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (PET)–2021 में उपस्थित हुए अभ्यर्थीगण ही उक्त अधियाचन के सापेक्ष प्रकाशित किए जाने वाले विज्ञापन में निर्धारित अर्हताएं धारित करने पर आवेदन कर सकेंगे।
नोट– लिखित परीक्षा एक पाली की होगी, जिनमें प्रश्नों की कुल संख्या 100 तथा समयावधि दो घंटा होगी। परीक्षा के प्रश्न वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। लिखित परीक्षा हेतु ऋणात्मक अंक (नेगेटिव मार्किंग) दिए जायेंगे, जो प्रत्येक गलत उत्तर पर उस प्रश्न के पूर्णांक का 1/4 अर्थात 25 प्रतिशत अंक होंगे।
पाठ्यक्रम :
विषयगत ज्ञान
1. स्वास्थ्य के निर्धारक तत्व।
2. भारतीय स्वास्थ्य समस्याओं का बाह्य रूप एवं योजनाएँ।
3. एससी, पीएचसी, सीएमसी और जिला अस्पताल का संगठन।
4. स्वास्थ्य संस्थाएं: अंतर्राष्ट्रीय: WHO, UNICEF, UNFPA, UNDPA, विश्व बैंक, FAO, DANIDA, यूरोपीय आयोग। रेड क्रॉस, अमेरिकी सहायता, यूनेस्को। कोलंबो प्लान, आईएलओ, केयर आदि राष्ट्रीय: इंडियन रेड क्रॉस, इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर, फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया आदि।
5. स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के कार्य एवं दायित्व।
6. एएनएम के लिए आचार संहिता।
7. समुदाय में लोगों की सलाह देने में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका।
8. स्वास्थ्य के लिए पोषण की आवश्यकता, पोषण एवं बीमारी का आपसी सम्बन्ध।
9. खाद्य पदार्थों का पोषण के आधार पर वर्गीकरण।
10. विभिन्न आयु वर्ग के लिए संतुलित आहार।
11. विटामिन और खनिज की कमी से होने वाले रोग और महिलाओं में पोषणजनित रक्ताल्पता।
12. पाँच वर्ष तक के बच्चों का पोषण, पोषण में एएनएम/एफएचडब्ल्यू/आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की भूमिका।
13. मानव शरीर की संरचना और शरीर प्रणाली और उनके कार्य।
14. शरीर की स्वच्छता।
15. मानसिक स्वास्थ्य की अवधारणा।
16. संक्रामक रोगों के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु सामान्य उपाय।
17. संक्रामक रोग: लक्षण, बचाव और उपचार: डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, खसरा और तपेदिक, चिकन पॉक्स, कण्ठमाला (गलसुआ), रूबेला, आंत्र ज्वर, हेपेटाइटिस, रेबीज, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, काला- अजार, ट्रेकोमा, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, खुजली, एसटीडी और एचआईवी / एड्स, एन्सेफलाइटिस, लेप्टोस्पायरोसिस, तीव्र श्वसन संक्रमण, दस्त रोग, कृमि संक्रमण, कुष्ठ रोग।
18. समुदाय में बीमारों की देखभाल: इतिहास लेना, शारीरिक परीक्षण: महत्वपूर्ण लक्षण।
19. ज्वर: महत्वपूर्ण संकेत: तापमान, नाड़ी, श्वसन, रक्तचाप।
20. स्वास्थ्य में आयुष की भूमिका एवं घरेलू उपचार।
21. दवाओं का वर्गीकरण।
22. प्राथमिक चिकित्सा की आवश्यकता।
23. सामान्य चोटें और बीमारियां।
24. कट और घाव: प्रकार, सिद्धांत और प्राथमिक चिकित्सा देखभाल।
25. शिशुओं और बच्चों में वृद्धि और विकास को प्रभावित करने वाले कारक।
26. बच्चों का शारीरिक मनोवैज्ञानिक और सामाजिक विकास
27. दुर्घटनाएं: कारण, सावधानियां और रोकथाम।
28. विशेष स्तनपान।
29. विद्यालय स्वास्थ्य: उद्देश्य, समस्याएं और कार्यक्रम एवं विद्यालय का वातावरण।
30. किशोरों के लिए यौन शिक्षा।
31. मासिक चक्र और उसके दौरान स्वच्छता।
32. किशोरावस्था में गर्भधारण और गर्भपात संबंधित जानकारी
33. भ्रूण और नाल।
34. सामान्य गर्भावस्था: गर्भावस्था के चिह्न और लक्षण।
35. सामान्य प्रसव के दौरान देखभाल।
36. नवजात की देखभाल।
37. गर्भावस्था की असामान्यताएं।
38. गर्भपात: गर्भपात के प्रकार एवं गर्भपात के कारण।