गणतंत्र दिवस – 26 जनवरी 2022
भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को रिपब्लिक डे (गणतंत्र दिवस) मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है इसी दिन ‘26 जनवरी 1950’ को पूरे देश में भारत का संविधान लागू हुआ और हमारा देश एक समप्रभुता-सम्पन्न, न्याय-वादी, धर्म-निरपेक्ष, समाजवादी लोकतंत्रात्मक गणराज्य बन गया।
संविधान लागू होने के बाद भारत एक आजाद और संप्रभु गणराज्य बन गया। इस दिन सभी भारतवासी बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ, धार्मिक भेदभाव से परे होकर एक राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाते हैं साथ ही पूरे देश में इस दिन स्कूल, कॉलेज, गवर्नमेंट ऑफिस से लेकर आम जगहों पर तिरंगा फहराया जाता है।
इस वर्ष हम अपना 73वाँ गणतंत्र मना रहे हैं। हमारे राष्ट्रपति माननीय श्री रामनाथ कोविंद जी द्वारा राजपथ पर ध्वज आरोहण करते है और उसके बाद हमारी तीनों सेनाएँ एक साथ मिलकर राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी देती है। तत्पश्चात् परेड का आयोजन होता है, जिसमें हमारी सेना और विभिन्न स्कूली बच्चे मार्च पास्ट करते हुए राष्ट्रपति को सेल्यूट करते है।
राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर भव्य परेड होती है। जिसका शुभारंभ राष्ट्रपति के झंडा फहराने के बाद होता है। झंडारोहण के तुरंत बाद राष्ट्र-गान होता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। रायसीना हिल्स (राष्ट्रपति भवन) से शुरू होकर इंडिया-गेट तक भव्य कारवाँ गुजरता है। इसका नजारा और भी अद्भुत हो जाता है जब सेना के सभी जवान एक साथ कदम-ताल करते हुए एक धुन में परेड करते है। इस परेड और समारोह को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते है। यह परेड राष्ट्रपति-भवन से इंडिया-गेट तक जाती है। इस परेड में भारतीय सेना, वायु सेना, नौसेना आदि की विभिन्न रेजिमेंट हिस्सा लेती हैं और अपनी-अपनी शक्ति, सामर्थ्य का प्रदर्शन करते है।
26 जनवरी का दिन क्यों चुना गया संविधान लागू करने के लिए :-
26 जनवरी 1930 के दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूरी तरह से आजादी दिलाने की घोषणा की थी। वर्ष 1929 को पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस ने एक सभा का आयोजन किया जिसमें यह आम सहमति बनी की अंग्रेजी सरकार, भारत को 26 जनवरी 1930 तक डोमिनियन स्टेटस (Dominion Status) का दर्जा दे. जिसके बाद भारत ब्रिटिश साम्राज्य के तहत एक स्वायत्त राज्य का दर्जा मिलते ही, देश अपने आपको पूरी तरह स्वतंत्र घोषित कर देगा.
भारत जब आजाद हुआ उसके बाद ही संविधान सभा की घोषणा की गई और इसकी पहली बैठक 9 दिसंबर 1947 को हुई थी । भारतीय संविधान को लिखने का कार्य डॉ. भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने किया जो प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे इसलिए इनको भारतीय संविधान का वास्तुकार (Architect) कहा जाता है। भारत के संविधान को संविधान सभा के जरिये 2 साल 11 महीने और 18 दिनों में तैयार किया गया था और भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को सौंप दिया गया था. इसलिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है.
FAQ
Q. भारतीय संविधान को किसने लिखा था?
Ans. डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा लिखा गया था।
Q. संविधान को बनने में कुल कितना समय लगा ?
Ans. हमारे संविधान को बनने में 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन लगे। डॉ भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में संविधान बनाया गया।
Q. संविधान लागू होते ही संविधान में कुल कितने अनुच्छेद दिए गए थे ? और अभी तक कितने अनुछेद में संसोधन किया गया ?
Ans. हमारे संविधान में कुल 396 अनुच्छेद, 8 सूचियां और 22 भाग थे। जिनमें अभी तक 104 संशोधन किये गए हैं।
Ans. 26 जनवरी 1950 को 10: 24 मिनट पर लागू किया गया।
Q. संविधान को बनाने के उद्देश्य क्या है ?
Ans. संविधान को बनाने का उद्देश्य लोगों को उनके अधिकार दिलाने थे और देश को चलाने के लिए नियम कानून बनाये गए है।
Q. गणतंत्र दिवस का अर्थ क्या है ?
Ans. जनता का जनता के द्वारा शासन। यानी की जनता के द्वारा फैसला लिया जायेगा की वे अपने नेता का चयन करे।
Q. हमारा संविधान कितनी भाषाओं में उल्लेखित है ?
Ans. हमारा संविधान 2 भाषाओँ में लिखा गया है। हिंदी और अंग्रेजी।
Q. हमारा देश कितने वर्षों तक अंग्रेजों के अधीन था ?
Ans. भारत लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजों के अधीन था।
Q. 2022 मे भारत कौन सा गणतंत्र दिवस मनाएगा ?
Ans. 2022 मे भारत अपना 73 वां गणतंत्र दिवस मनाएगा।
Q. गणतंत्र दिवस 2022 के मुख्य अतिथि कौन होंगे ?
Ans. इस वर्ष 2022 में मध्य एशिया के देशों के प्रमुखों को गणतंत्र दिवस का मुख्य अतिथि होने की सम्भावना है| इसमें कजाखस्तान, किर्ग़िज़स्तान ताजीकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शामिल होंगे|