Stephen Hawking(1942-2018)
स्टीफन हाकिंग के बारे मे (About Stephen Hawking):
स्टीफन हाकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 को इंग्लैंड के ऑक्सफ़ोर्ड शहर में हुआ था। स्टीफन की मेरी और फिलिया नाम की दो बहनें और एक भाई एडवर्ड जिसे गोद लिया गया था। स्टीफन के पिता जी डॉक्टर थे और उनकी माता गृहणी थी। स्टीफन के जन्म के समय दूसरा विश्वयुद्ध शुरू था। जिसके कारण इनके माता-पिता हाईगेट सिटी से ऑक्सफ़ोर्ड शहर आ गए थे।
स्टीफन हाकिंग की शिक्षा (Stephen Hawking’s education) :
स्टीफन बचपन से ही गणित में अत्यधिक रुचि लेने के कारण वें गणित मे बहुत तेज़ थे लेकिन उनके पिता उनको डॉक्टर बनाना चाहते थे। स्टीफन एक तेज़ बुद्धि का लड़का था वह बचपन में टूटे फूटे पुर्जों से कई तरह के वैज्ञानिक प्रयोग किया करता था जैसे घड़ी को तोड़कर द्वारा ठीक कर देते थे। किसी कारण से यूनिवर्सिटी मे गणित विषय नहीं मिल पाने के कारण उन्होंने अपनी आगे की पढाई भौतिकी से शुरु की। भौतिकी विषय में प्रथम श्रेणी में डिग्री हासिल करने बाद इन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अपनी आगे की पढ़ाई की. साल 1962 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में डिपार्टमेंट ऑफ एप्लाइड मैथेमैटिक्स एंड थ्योरिटिकल फिजिकल (डीएएमटीपी) में इन्होंने ब्रह्माण्ड विज्ञान पर अनुसंधान किया. 17 वर्ष की आयु में स्टीफन ने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला ले लिया। ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में उन्होंने बी.ए ओनर्स में फर्स्ट क्लास की डिग्री हासिल की थी ।
स्टीफन हाकिंग का परिवार (Stephen Hawking’s Family):
सन 1974 में स्टीफन ने Jane Wilde से शादी की और तीन बच्चों के पिता बनने का गौरव भी प्राप्त हुआ । वर्ष 1995 में पत्नी Jane Wilde से इनका तलाक हो गया । इन्होंने दोबारा इलियाना मेसन के साथ दूसरी शादी की लेकिन वर्ष 2006 में मेसन से भी इनका तलाक हो गया।
स्टीफन हाकिंग की बीमारी (Stephen Hawking’s Illness):
स्टीफन जब 21 वर्ष के थे तभी उन्हें न्यूरॉन मोटर डिजीज नाम की एक भयानक बीमारी हो गई जिसके कारण स्टीफन के अंदर कुछ भी करने की इच्छा नहीं रही। इस प्रकार की बीमारी मे शरीर के सभी अंग धीरे धीरे काम करना बंद कर देते हैं औरइस बीमारी का कोई इलाज भी नहीं था। स्टीफन धीरे धीरे अपनी बीमारी से ग्रस्त होते जा रहे थे अब वह व्हील चेयर पर निर्भर हो गए इसके कुछ वर्षों के बाद तो वह अपने हाथ की कुछ उँगलियों को ही हिला पाते थे किन्तु वह मानसिक रूप से बिल्कुल स्वास्थ्य थे।
स्टीफन हॉकिंग की उपलब्धियां (Stephen Hawking Achievements):
स्टीफन दुनिया के लिए कुछ करना चाहते थे इसीलिए वह बिमारी की निराशा से बाहर निकलते हुए अपना ज्यातादर समय साइंस के प्रयोग करने में लगा दिए। स्टीफन ने अपना ज्यादातर समय ब्लैक होल्स और स्पेस टाइम्स के सिंधातों की खोज करने में लगा दिया। स्टीफन हॉकिंग ने वर्ष 2007 में अन्तरिक्ष की यात्रा भी की । इनके द्वारा लिखी गई पुस्तक- “A Brief History of Time” की पूरे विश्व में सराहना हुई । इन्होंने ब्लैक होल और बिग बैंग के सिद्धान्तों को स्पष्ट करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया । इसमें ब्रह्मंड के सिंधातों को सरल तरीके से प्रकाशित किया गया जिसमें से ब्लैक होल और महाविस्फोट का सिंधात साधारण शब्दों में समझाया गया था।
उनके इतने महान कार्यों के लिए उन्हें नागरिक सम्मान से नवाजा गया और उनके जीवन पर “द थ्योरी ऑफ़ एवेर्थिंग” नामक फिल्म भी बन चुकी है। इतनी घातक बीमारी से ग्रसित होने के बावजूद भी स्टीफन ने कभी हौंसला नहीं हारा और लगातार अपने कार्यों में जी जान से लगे रहे और ब्रह्मण्ड से सबंधित कई महत्वपूर्ण खोजें उन्होंने किया जो दुनिया के लोगों लिए एक रहस्य बनी हुई थी।
स्टीफन हॉकिंग को प्राप्त पुरस्कार(Stephen Hawking Awards):
स्टीफन हॉकिंग को विज्ञान जगत् में योगदान हेतु निम्नलिखित पुरस्कार दिए गए –
- अल्बर्ट आइंस्टाइन पुरस्कार (1978)
- वॉल्फ प्राइज (1988)
- प्रिंस ऑफ ऑस्टुरियस अवाडर्स (1989)
- कोप्ले मेडल (2006)
- प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम (2009)
- विशिष्ट मूलभूत भौतिकी पुरस्कार (2012)
स्टीफन हॉकिंग की लिखी गई किताबें (Stephen Hawking Books):
- ‘ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम’
- ‘द यूनिवर्स इन ए नटशेल’
- “द ग्रैंड डिज़ाइन”
- ‘ब्लैक होल और बेबी यूनिवर्स’
स्टीफन हॉकिंग की मृत्यु (Stephen Hawking Death):
स्टीफन हॉकिंग का कैम्ब्रिज में अपने घर पर 14 मार्च 2018 को निधन हो गया। एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस बीमारी के कारण इन्होंने अपने जीवन के लगभग 53 साल व्हील चेयर पर बताए हैं. लेकिन वैज्ञानिक में इनके द्वारा दिए गए योगदानों को कभी भी भुला नहीं जा सकेगा.