विश्व जल दिवस पर जानें इस दिन के महत्व से लेकर इतिहास तक सब कुछ
पृथ्वी का लगभग 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है जिसमे से 1.6% पानी जमीन के नीचे पाया जाता है। पृथ्वी की सतह पर पाए जाने वाले जल का 97 प्रतिशत सागरों और महासागरों में है, जो कि बहुत ज्यादा खारा होने के कारण पीने के काम में नहीं आता है, केवल 3% जल ही पीने लायक है। बढ़ती जनसँख्या के लिए पानी की उपलब्धता हेतु विश्वभर में प्रयास किये जा रहे हैं। पानी की कमी का संकट कुछ देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के लगभग सभी देशों के लिए एक विकट समस्या बन चुकी है. इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए जल संरक्षण और रखरखाव को लेकर दुनियाभर में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए हर वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व के सभी देशों के लोगों को में स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ ही जल संरक्षण के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित करना है | जल संरक्षण के महत्व को समझने के बारे में सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने के लिए इस दिन को एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में जारी किया गया है | World Water Day का उद्देश्य दुनिया के सभी देशों में स्वच्छ और सुरक्षित जल को सभी लोगों तक पहुंचाने के साथ-साथ जल के संरक्षण पर भी ध्यान देना है।
Year | World Water Day Theme |
22 मार्च 1993 | ‘शहर के लिये जल’ |
22 मार्च 1994 | ‘हमारे जल संसाधनों की देखभाल करना हर किसी का कार्य है’ |
22 मार्च 1995 | ‘महिला और जल’ |
22 मार्च 1996 | ‘प्यासे शहरों के लिये पानी’ |
22 मार्च 1997 | ‘विश्व का जल: क्या पर्याप्त है’ |
22 मार्च 1998 | ‘भूमि जल- अदृश्य संसाधन’ |
22 मार्च 1999 | ‘हर कोई प्रवाह की ओर जी रहा है’ |
22 मार्च 2000 | ’21वीं सदी के लिये पानी’ |
22 मार्च 2015 | ‘जल और दीर्घकालिक विकास‘ |
22 मार्च 2016 | ‘जल और नौकरियाँ’ |
22 मार्च 2017 | ‘अपशिष्ट जल’ |
22 मार्च 2018 | ‘जल के लिए प्रकृति के आधार पर समाधान’ |
22 मार्च 2019 | ‘किसी को पीछे नहीं छोड़ना’ |
22 मार्च 2020 | ‘जल और जलवायु परिवर्तन’ |
22 मार्च 2021 | ‘पानी का महत्व’ |
22 मार्च 2022 | ‘भू जल: अदृश्य को दृश्यमान बनाना’ |
22 मार्च 2023 | ‘अक्सेलरेटिंग चेंज‘ |
विश्व जल दिवस का इतिहास:
“जल ही जीवन है” जल मनुष्य और जीव-जंतुओं के लिए बेहद जरूरी है। घर का काम करना हो, नहाना हो, पीना हो,खेती करनी हो,आदि सभी कामों के लिए जल बेहद जरूरी है। अतः पानी के बिना जीवन की कल्पना मात्र से ही डर लगने लगता है। अतः ‘विश्व जल दिवस’ मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1992 के अपने अधिवेशन में 22 मार्च को की थी। ‘विश्व जल दिवस’ की अंतरराष्ट्रीय पहल ‘रियो डि जेनेरियो’ में वर्ष 1992 में आयोजित ‘पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन’ (यूएनसीईडी) में की गई थी।जिसके लिए सर्वप्रथम वर्ष 1993 को पहली बार 22 मार्च के दिन पूरे विश्व भर में ‘जल दिवस’ के मौके पर जल के संरक्षण और रखरखाव पर जागरूकता फैलाने का कार्य किया गया था। इस कार्यक्रम की शुरुआत से ही विश्व जल दिवस पर वैश्विक संदेश फैलाने के लिये थीम (विषय) का चुनाव करने के साथ ही विश्व जल दिवस को मनाने की सारी जिम्मेदारी संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण तथा विकास एजेंसी की हैl
इस दिन को मनाने का क्या है उद्देश्य ?
जिस तरह से धरती से जल तेजी से खत्म हो रहा है, ऐसे में जरूरी है कि इसे बचाने के लिए कुछ उपाय किए जाएं, नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया जल के संकट से जूझती हुई नजर आएगी। इसलिए लोगों में जागरूकता फैलाने तथा उन्हें अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराने के महत्व से ये दिन मनाया जाता है ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए इस जल को संजो कर रख सके | अभी देर नहीं हुई है अगर हम आज से ही हमारी जिंदगी से जुड़े इतने महत्वपूर्ण रिसोर्स को बचाने में योगदान दें.| इस साल विश्व जल दिवस 2023 की थीम Accelerating Change यानी ‘परिवर्तन में तेजी‘ रखी गयी है। इस साल 2023 में Water Day को ‘Be the change‘ अभियान के अन्तर्गत मनाया जायेगा।
अब समय आ गया है जब हमें वर्षा का पानी अधिक से अधिक बचाने की कोशिश करनी चाहिए। बारिश की एक-एक बूँद अत्यंत कीमती है। इन्हें सहेज कर रखना बहुत ही आवश्यक है। यदि हम लोगों के द्वारा अभी पानी नहीं सहेजा गया, तो संभव है पानी केवल हमारी आँखों में ही बच पाएगा। पहले कहा गया था कि हमारा देश वह देश है जिसकी गोद में हज़ारों नदियाँ खेलती थी, आज वे नदियाँ हज़ारों में से केवल सैकड़ों में ही बची हैं। कहाँ गई वे नदियाँ, कोई नहीं बता सकता। नदियों की बात छोड़ दो, हमारे गाँव-मोहल्लों से तालाब आज गायब हो गए हैं, इनके रख-रखाव और संरक्षण के विषय में बहुत कम कार्य किया गया है।अतः इस दिवस का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों को जल से संबंधित मुद्दों पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के साथ ही बदलाव के लिये कार्रवाई हेतु प्रेरित करना है।
संयुक्त राष्ट्र विश्व जल विकास रिपोर्ट 2022:
यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र के द्वारा जारी की गई है और इसमें दुनिया भर में जल संसाधनों की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट में दुनिया भर में जल संसाधनों की स्थिति और उनके उपयोग के संबंध में अनुसंधान और विश्लेषण की गई है।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया में जल संसाधनों के उपयोग की अविश्वसनीय वृद्धि हुई है, जिससे उनका बर्बाद होने का खतरा बढ़ गया है। रिपोर्ट में इसके कारणों के बारे में विस्तार से बताया गया है, जैसे जल संसाधनों की बढ़ती मांग, जल संरक्षण की कमजोरी और मूल्यों के आधार पर सही उपयोग न करने की समस्या।
रिपोर्ट में दुनिया भर में जल संसाधनों की स्थिति के साथ-साथ उनके उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी गई है। इसमें जल संसाधनों के बढ़ते उपयोग से उत्पन्न समस्याओं के बारे में भी चर्चा की गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया भर में लगभग 2.2 अरब लोग जल संसाधनों की कमी के साथ जीवन जीते हैं और इस समस्या के समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा अनेक पहल की गई है।
इस रिपोर्ट में दुनिया भर में जल संसाधनों के लिए संभव नए उपयोगों के बारे में भी चर्चा की गई है। उदाहरण के लिए, रिपोर्ट में बताया गया है कि जल संचयन तकनीकों का उपयोग करके जल संसाधनों को संभवतः अधिक समेकित ढंग से उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा, रिपोर्ट में जल संसाधनों की संरक्षण और उपयोग के लिए समुद्री जल का उपयोग करने जैसे नए तरीकों के बारे में भी बताया गया है।
इस रिपोर्ट में जल संसाधनों के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया गया है जिसका उद्देश्य जल संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण है।इसके अलावा, जल संरक्षण के लिए नए तकनीकों और उपकरणों का विकास किया जा रहा है जो जल संसाधनों की सुरक्षा और उनके संरक्षण के लिए उपयोगी होते हैं।
जल संचार के लिए, नए तकनीकों और सुविधाओं के विकास के साथ-साथ, संयुक्त राष्ट्र द्वारा लोगों को जल संसाधनों के उपयोग के बारे में जागरूक करने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं। इससे लोगों को जल संसाधनों के उपयोग के महत्व और उनके संरक्षण का उपयोग समझ में आता है।
इस रिपोर्ट में समुद्री जल के उपयोग के बारे में भी चर्चा की गई है जैसे कि समुद्री जल का उपयोग और स्वच्छ जल संसाधनों का विकास, समुद्री पारितंत्र प्रदेशों का संरक्षण, समुद्री जीवन के संरक्षण और समुद्री जल संसाधनों की उपयोग के तरीको को बताया गया है |
Q. पहली बार विश्व जल दिवस (World Water Day) कब मनाया गया था ?
Ans. वर्ष 1993 में पहली बार जल दिवस मनाया गया था।
Q. इस साल 2023 में World Water Day का विषय क्या है ?
Ans. World Water Day 2023 की थीम –Accelerating Change (‘परिवर्तन में तेजी‘) है।
Q. वर्ष 2022 में विश्व जल दिवस की थीम क्या थी ?
Ans. 2022 में जल दिवस की थीम- ‘भूजल: अदृश्य को दृश्यमान बनाना’
Q. 22 मार्च को कौन सा दिवस मनाया जाता है ?
Ans. हर साल 22 मार्च को World Water Day को मनाया जाता है।